Hema anjuli at hirdu kavyashala
आज मिलते हैं मायानगरी की उस सुविख्यात कवयित्री से जिसने न सिर्फ़ कविता बल्कि अभिनय के क्षेत्र में भी काफी यश अर्जित किया... हम बात कर रहें हैं देश की जानी मानी कवयित्री, बॉलीवुड/टी.वी. अभिनेत्री, मॉडल हेमा अंजुलि जी की...
हेमा जी द्वारा की गईं कुछ फ़िल्में-
26/11, नागरिक, राम सिंह चार्ली, सचिन - अ बिलियन ड्रीम्स
कुछ टी.वी. सीरियल -
हम हैं न, क़िस्मत कनेक्शन, सी. आई. डी., उतरन, ससुराल सिमर का, दिया और बाती हम, इस प्यार को क्या नाम दूं, अफ़सर बिटिया, गुमराह, भागों वाली...
कैडबरी, आई. पी. एल. और भी कई विज्ञापनों के ज़रिये टी. वी. की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान रखती हैं हेमा अंजुलि साहिबा...
कविता -लड़कियाँ
सच में...
दुनिया को बहुत हैरान करती हैं लड़कियाँ
एक तो बिना बताये कोख में आ जाती हैं
फिर चाहे लाख मारने की कोशिश करो
फिर भी बच जातीं हैं लड़कियाँ...
ठीक से खाने को ना दो
फिर भी देह बढ़ती ही जाती है
फटे पुराने कैसे भी कपड़े पहनाओ
फिर भी सुन्दर दिखती हैं लड़कियाँ...
गरीबों की तरह पढाओ
फिर भी मेरिट में आ जातीं हैं लड़कियाँ
लाख परायी कह दो
फिर भी अपनापन दिखलाती हैं लड़कियाँ...
चाहे पहले घर की चारदीवारी ना लांघ पायी हों कभी
पर पति की बीमारी पे नौकरी को चली जाती हैं लड़कियाँ...
चाहे खुद के लिए कभी आवाज़ ना उठायी हो कभी
पर बच्चों के लिए ज़माने भर से लड़ जाती हैं लड़कियाँ...
वैधव्य हो या तलाक
उम्र भर मृत रिश्तों को ढोती हैं लड़कियाँ
खुद से अनजान
मगर घर के लिए हमेशा परेशान रहती हैं लड़कियाँ...
शायद सही कहती है ये दुनिया,
कि लड़कियों की अक्ल घुटनों में होती है,
अगर सच में सिर में होती तो उनकी दुनिया ऐसी न होती
सच में...
मेरी तो समझ से परे हैं लड़कियाँ!!!
- हेमा चंदानी अंजुलि
हिर्दू काव्यशाला से जुड़ें:
शिवम् शर्मा गुमनाम, सह-संस्थापक
संतोष शाह, सह-संस्थापक
रश्मि द्विवेदी, अध्यक्षा
संपर्क सूत्र- 7080786182, 8299565686, 8896914889
ई-मेल- hirdukavyashala555@gmail.com
वेबसाइट- www.hirdukavyashala.com
ब्लॉगर- www.hirdukavyashala.blogspot.in
हेमा जी द्वारा की गईं कुछ फ़िल्में-
26/11, नागरिक, राम सिंह चार्ली, सचिन - अ बिलियन ड्रीम्स
कुछ टी.वी. सीरियल -
हम हैं न, क़िस्मत कनेक्शन, सी. आई. डी., उतरन, ससुराल सिमर का, दिया और बाती हम, इस प्यार को क्या नाम दूं, अफ़सर बिटिया, गुमराह, भागों वाली...
कैडबरी, आई. पी. एल. और भी कई विज्ञापनों के ज़रिये टी. वी. की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान रखती हैं हेमा अंजुलि साहिबा...
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हेमा चंदानी अंजुलि |
सच में...
दुनिया को बहुत हैरान करती हैं लड़कियाँ
एक तो बिना बताये कोख में आ जाती हैं
फिर चाहे लाख मारने की कोशिश करो
फिर भी बच जातीं हैं लड़कियाँ...
ठीक से खाने को ना दो
फिर भी देह बढ़ती ही जाती है
फटे पुराने कैसे भी कपड़े पहनाओ
फिर भी सुन्दर दिखती हैं लड़कियाँ...
गरीबों की तरह पढाओ
फिर भी मेरिट में आ जातीं हैं लड़कियाँ
लाख परायी कह दो
फिर भी अपनापन दिखलाती हैं लड़कियाँ...
चाहे पहले घर की चारदीवारी ना लांघ पायी हों कभी
पर पति की बीमारी पे नौकरी को चली जाती हैं लड़कियाँ...
चाहे खुद के लिए कभी आवाज़ ना उठायी हो कभी
पर बच्चों के लिए ज़माने भर से लड़ जाती हैं लड़कियाँ...
वैधव्य हो या तलाक
उम्र भर मृत रिश्तों को ढोती हैं लड़कियाँ
खुद से अनजान
मगर घर के लिए हमेशा परेशान रहती हैं लड़कियाँ...
शायद सही कहती है ये दुनिया,
कि लड़कियों की अक्ल घुटनों में होती है,
अगर सच में सिर में होती तो उनकी दुनिया ऐसी न होती
सच में...
मेरी तो समझ से परे हैं लड़कियाँ!!!
- हेमा चंदानी अंजुलि
हिर्दू काव्यशाला से जुड़ें:
शिवम् शर्मा गुमनाम, सह-संस्थापक
संतोष शाह, सह-संस्थापक
रश्मि द्विवेदी, अध्यक्षा
संपर्क सूत्र- 7080786182, 8299565686, 8896914889
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बहुत बहुत स्वागत आपका
ReplyDeleteबहुत शुक्रिया रजनी जी
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