Sukant tiwari at hirdu kavyashala
:ग़ज़ल - 1: उसे दिल में रखकर हिफाज़त करूंगा। मोहब्बत नहीं मैं इबादत करूँगा।। अभी तक तो ख़ामोश हूँ अब्र सा पर, जो बरसा कभी तो क़यामत करूँगा।। करूँगा हुकूमत की मैं रहनुमाई, मुनासिब है ...
''हिर्दू कव्यशाला'' हिंदी - उर्दू के प्रचार - प्रसार के लिए गठित एक अ-व्यावसायिक संस्था है जिसके संरक्षक मशहूर शायर डा. अंसार क़म्बरी और प्रसिद्द कवि डा. कमलेश द्विवेदी हैं संस्था के संस्थापक युवा शायर शिवम् शर्मा गुमनाम एवं अध्यक्षा रश्मि द्विवेदी हैं...