Tarif niyazi at hirdu kavyashala

ग़ज़ल: मेरीआँख नम हो जाएगी...
याद में तेरी जो मेरी आँख तर हो जाएगी।
सारी दुनिया को मेरे ग़म की ख़बर हो जाएगी।।

एंट्री जब भी मेरी होगी तुम्हारी फ़िल्म में,
बेअसर जो है कहानी बाअसर हो जाएगी।।

जिसकी ख़ातिर घर बनाने में लगे हो रात दिन,
एक दिन ये ज़िंदगी भी दर-ब-दर हो जाएगी।।

आज तुम से मिल रहा हूँ मुद्दतों के बाद मैं,
देखना ये रात कितनी मुख़्तसर हो जाएगी।।

देखना उस पल बहुत धीरे से आ जाएगी मौत,
ये हमारी ज़िंदगी जब मोतबर हो जाएगी।।

आई लव यू मुस्कुराकर कहने भर की देर है,
मुद्दतों की एक कहानी मुख़्तसर हो जाएगी।।
- तारिफ़ नियाज़ी

रामपुर, उत्तर प्रदेश से ताल्लुक़ रखने वाले बहुचर्चित युवा शायर तारिफ़ नियाज़ी मशहूर - ओ - मारूफ़ अंतरराष्ट्रीय शायर जनाब ताहिर फ़राज़ रामपुरी के बेटे हैं। तारिफ़ अदब में एक ख़ास पहचान रखते हैं। हमारी दुआएं हमारी मोहब्बतें उनके साथ हैं।

हिर्दू से जुड़ें:
शिवम् शर्मा गुमनाम, संस्थापक एवं सचिव
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