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Showing posts from July, 2019

Gopal das neeraj

:ग़ज़ल: :गोपाल दास नीरज: अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए। जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए।। जिसकी ख़ुशबू से महक जाय पड़ोसी का भी घर, फूल इस क़िस्म का हर सिम्त खिलाया जाए।। आग बहत...

Ishrat shahjahanpuri

:ग़ज़ल: इशरत शाहजहाँपुरी: रंग चेहरे पर जो उभरा था वो गहराने लगा। आप को मतलब मुहब्बत का समझ आने लगा।। नाम जिसका पत्थरों पर लिख के तैराया गया, आज उसके नाम से इंसान घबराने लगा।। अप...

John elia

:ग़ज़ल: जॉन एलिया उसके पहलू से लग के चलते हैं। हम कहाँ टालने से टलते हैं।। मैं उसी तरह तो बहलता हूँ यारों और जिस तरह बहलते हैं।। क्या तकल्लुफ़ करें ये कहने में, जो भी खुश है हम उसस...

Legend of hindi poetry the 'Santosh Anand'

||Song of millennium : Ek Pyar Ka Nagma...|| इक प्यार का नग़मा है, मौज़ों की रवानी है। ज़िन्दगी और कुछ भी नही,तेरी मेरी कहानी है।। कुछ पा कर खोना है, कुछ खो कर पाना है। जीवन का मतलब तो ,आना और जाना है।। दो पल के जीवन ...

Gumnam and ishrat

:ग़ज़ल: :इशरत शाहजहाँपुरी: साँस की रफ़्तार भी पकड़े रहे। हम दिले बीमार भी पकड़े रहे।। रक़्स भी करते रहे बाज़ार में, दामन-ए-किरदार भी पकड़े रहे।। आसमानों पर नज़र अपनी रही, हाथ से ...

Ansar qumabri

: मुक़्तक : तू मान या न मान घड़ी दो घड़ी का है। ये जिस्म का मकान घड़ी दो घड़ी का है।। दो चार मिले हैं इन्हें प्रेम से जियो, ये हिन्दू मुसलमान घड़ी दो घड़ी का है।। :ग़ज़ल: 1: तू अगर बेवफ़ा नहीं हो...